चित्रालेख या ग्राफ़िक्स
ऐसे दृश्य प्रदर्शन को कहते हैं जो किसी दीवार, कपड़े, काग़ज़, पत्थर, कंप्यूटर स्क्रीन या अन्य सतह पर ज्ञान, मनोरंजन, सन्देश, मार्गदर्शन, पहचान या अन्य किसी ध्येय से बनाया गया हो। इसके उदहारण लिखाई, फ़ोटो, चित्र, अंक, अक्षर, इत्यादि हैं। चित्रालेख में अक्सर लिखाई, चित्र, रंगों और अन्य तत्वों को मिलाया जाता है। मानवों में यह क्षमता है कि वे चित्रलेखों को देखकर उन से अर्थ भाप पाते हैं।
[1] इस प्रक्रिया पर लक्षण-विज्ञान में अध्ययन किया जाता है। ग्राफ़िक डिज़ाइन आज के युग में बहुत ही ज्यादा प्रसिद होने वाला स्किल है आपने बहुत सारे फिल्म के पोस्टर देखे होंगे , लोगो देखे होंगे , पोस्टर देखे होंगे , वेब डिज़ाइन , किताब की कवर डिज़ाइन , एप्लीकेशन डिज़ाइन ये सब काम एक ग्राफ़िक डिज़ाइनर का होता है
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